The Lord
भगवान और उसका अस्तित्व.... आस्तिक और नास्तिक - अधिकतर लोग भगवान के अस्तित्व को स्वीकार करते हैं, कुछ लोग अस्वीकार करते हैं। जो भगवान में विश्वास करते हैं, आस्तिक कहे जाते हैं और जो नहीं करते उन्हें नास्तिक कह दिया जाता है। जो अधिकतर लोग भगवान में विश्वास करते हैं। उनका मानना है कि इस सृष्टी का सृजन भगवान ने किया है। जबकि नास्तिक लोग इनसे सर्वथा पृथक मत रखते हैं। उनका मानना है कि, भगवान की उत्पति स्वयं मनुष्य ने ही की है। यह बात मानो अथवा न मानो, लेकिन सत्यता इससे बहुत परे भी नहीं है। इस पर कोई भी आस्तिक प्रश्न उठा सकता है कि, ऐसा कैसे हो सकता है कि भगवान की उत्पति मनुष्य ने की हो, बल्कि भगवान ने तो स्वयं इन मानवों की, यहाँ तक कि संपूर्ण सृष्टी की रचना की है। वो लोग (आस्तिक), इसके लिए तर्क भी दे सकते हैं। जो कुछ इस प्रकार से हो सकते हैं- यदि सृष्टी की रचना भगवान ने नहीं की तो, इसका निर्माण कैसे हुआ? इस संसार का Regulation इतना सुव्यवस्थित कैसे है? इसे कौन Control करता है? कौन दिन-रात को इतना सुव्यवस्थित करता है, कि 24 hour के अंदर एक दिन का चक्र पूरा हो ज...