Lord Rama and His Ramayana


हम सभी जानते हैं कि, भगवान(?) राम ( हिन्दू धर्म के अनुसार विष्णु के अवतार) का जन्म अयोध्या नामक स्थान पर रघुकुल (सूर्यवंशी) में राजा दशरथ के घर में त्रेतायुग में हुआ था। राजा राम जिन्हें पुरुषोत्तम की उपाधि प्राप्त है ( हालांकि पुरुषों में उत्तम कैसे हैं, इसके बारे में कुछ ज्यादा जानकारी प्राप्त नहीं है) उनके राज्य में प्रजा बहुत सुख पूर्वक जीवन व्यतीत कर रही थी, लेकिन उन्हीं पुरुषोत्तम ने पता नहीं क्यों अपनी गर्भवती पत्नी को घर से निकाल दिया। शायद पत्नी ने कुछ गलती की हो, अन्यथा राजा राम तो न्यायप्रिय पुरुषोत्तम थे ही ; वो क्यों अपनी ही पत्नी को निकालते?? हालांकि मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहुंगा, क्योंकि ये उनका निजी घरेलू झगड़ा था! लेकिन फिर भी किसी को भी राजा राम पर अंगुली उठाने का अधिकार नहीं है, क्योंकि वो भगवान हैं, पुरुषोत्तम हैं!

राम ने अवतार क्यों लिया
हमें पता है, भगवान विष्णु ने राजा राम के रूप में अधर्म के विनाश के लिए सातवाँ अवतार लिया था?
जब हम भगवान के अवतार के बारे में सोचते हैं, तो अनायास ही ये श्लोक आगे आ जाता है (ये बात विष्णु ने अपने आठवे अवतार में कही थी! )-
यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।अभ्युथानम् अधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्।धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे-युगे॥॥

अर्थात्
हे, भारत! जब जब धर्म की हानि होती है; और अधर्म का उत्थान होता है। तब-तब, साधुओं के परित्राण ( उद्धार ) और दुष्कर्मियों (पापियों) के विनाश तथा धर्म की स्थापना के लिए, युग-युगांतर में, मैं स्वयं का सृजन करता हूँ (अवतार लेता हूँ) ।।
राजा राम

अब यदि थोड़ा सा इसी बात पर गौर करें, तो हम ऐसा सोच सकते हैं कि, अवश्य ही उस समय धर्म की काफी ज्यादा हानि हुई होगी, जैसे हालात अब हैं, उस से भी बहुत ही ज्यादा बुरे हालात रहे होंगे! तभी तो भगवान को अवतार लेना पड़ा होगा, अब तो नहीं ले रहे भगवान अवतार!
लेकिन कौन कारण रहा होगा, उस घोर अधर्म का?
शायद! अवश्य ही रावण रहा होगा ( जैसा कि हम जानते हैं / बताया जाता है), जो कि रामायण का मुख्य खलनायक भी है।
लेकिन ये बात तो केवल हमने सुनी ही है!
ये तो नहीं सुना कि उस (रावण) ने किया क्या था ऐसा, कि भगवान को आवतार लेना पड़ा!
बल्कि हमने सुना तो यह है कि, रावण के राज्य में प्रजा हर प्रकार से सुख पूर्वक जीवन व्यतीत कर रही थी, सोने के महल थे, वह स्वयं भी काफी बड़ा विद्वान बताया गया है।

तो फिर क्यों अवतार लिया राम ने? (Question unanswered)!!


राम जन्मभूमि
राजा राम की जन्मभूमि अयोध्या नगर को बताया जाता है, जैसा कि वाल्मीकि कृत रामायण में लिखा गया है। लेकिन कौनसी अयोध्या! पहले तो UP में अयोध्या थी ही नहीं, बल्कि उसका नाम तो साकेत था! जिसे अब अयोध्या कहा जाता है; उस स्थान का नाम प्राचीन काल में कौशल देश था, जिसका नाम बाद में साकेत कर दिया और अब हम उसे अयोध्या नाम से जानते हैं।

तो फिर रामायण में जिस अयोध्या का जिक्र किया गया है वो कौनसी अयोध्या है? ( Question unanswered)!!


राम का जन्म कब हुआ
हम सभी जानते हैं कि, राजा राम का जन्म त्रेतायुग में हुआ। अर्थात् हिन्दू काल-गणना के अनुसार, आज से लगभग आठ लाख सत्तर हजार (8,70,000) वर्ष पूर्व ( ऐसा, मैं नहीं कह रहा हूँ, बल्कि सभी हिन्दू मानते हैं)!
जबकि सम्पूर्ण विश्व के बुद्धिजीवी मानते हैं कि, मानव जाति का प्रथम स्वरूप Homo sapiens (Mordern Human species ) का उद्भव आज से लगभग तीन लाख (3,00,000) वर्ष पूर्व (जीवनकाल 300,000 वर्ष से अब तक) हुआ। Homo sapiens की ही Subspecies, Homo Neanderthalensis का जीवनकाल 340,000 वर्ष से 40,000 वर्ष पूर्व तक माना जाता है।
Modern Human

इस प्रकार देखा जाए तो, राजा राम का जन्म भी संदेहास्पद प्रतीत होता है। क्योंकि जिस समय आधुनिक मानव का उद्विकास ही नहीं हुआ था, तो राम का जन्म कैसे हुआ?
लेकिन उसी वाल्मीकि कृत रामायण से हमें यह भी ज्ञात होता है कि, राजा राम के शासन काल में ही रामायण की रचना की गई थी।
तब हम दूसरे दृष्टिकोण से देख सकते हैं! यदि हम यह अनुमान लगा लें, कि रामायण कब लिखी गई होगी, तब तो हम अवश्य ही भगवान राम के शासन काल के बारे में बता सकते हैं।

images (1)

रामायण की रचना संस्कृत में की गई है, और संस्कृत आर्यों की भाषा है। आर्यों का भारत में आगमन 1500 ईस्वी पूर्व माना गया है। रामायण उसके बाद ही लिखी गई है। वेदों की रचना के भी बाद इसकी रचना हुई है, अर्थात उत्तर वैदिक काल में! वैदिक युग 1500 ईसा पूर्व से 600 ईसा पूर्व माना गया है, इसमें भी 1500 ईसा पूर्व से 1000 ईसा पूर्व को ऋवैदिक काल जिसमें ऋवेद की रचना हुई तथा 1000 ईसा पूर्व से 600 ईसा पूर्व को उत्तर वैदिक काल बताया गया है, इसी समय अन्य वेदों की रचना हुई है भारत के इतिहास के अध्ययन से हमें पता चलता है कि, उत्तर वैदिक काल में एक महान् कवि हुए हैं, वाल्मीकि! जिन्होंने रामायण नामक ग्रंथ कि रचना की।

IMG_20171015_232803
Note:यह उपर्युक्त खबर राजस्थान पत्रिका से साभार ली गई है।


Note: उपर्युक्त चित्र The Hindu से लिया गया है।

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि, शायद राम का शासन काल भी इसी समय रहा हो। परन्तु हमें उत्तर वैदिक काल में ऐसे किसी भी शासक के बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं है। साथ ही विरोधाभास भी उत्पन्न होता है कि, राम का शासन काल आखिर था कब, त्रेतायुग में अथवा उत्तर वैदिक काल (कलियुग) में?

IMG_20171005_112020
Note : यह Screenshot जनसत्ता , जो कि The Indian Express की ही हिंदी News Website है, से लिया गया है।

हम एक तथ्य और देखते हैं, कि यदि रामायण की रचना त्रेतायुग में की गई, तो हम उस समय की लिपि समझ सकते हैं , लेकिन सिंधु घाटी सभ्यता में जिस लिपि का उपयोग किया गया है, उसे आज तक अच्छी तरह से नहीं समझ पाए हैं। क्या ये विरोधाभास नहीं है?

जब कोई राजा अपना शासन चलाता है, तब वह अपने राज्य में अनेक विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्य करवाता है। महल, इमारत, शिलालेख, चित्रकारी आदि-आदि निर्माण कार्य करवाता है। वस्तुओं के सरल क्रय-विक्रय के लिए अपनी मुद्राएँ / सिक्के चलाता है। क्या राजा राम के बारे में ऐसी कोई भी चीज ( जानकारी ) है, जो उनके शासन काल की पुष्टि कर सके? मेरे ख्याल से तो नहीं! शायद आप ही कुछ बता सकें?

तो, फिर कौन बताएगा कि, राजा राम ने किस अवधि में शासन किया था? (Question unanswered)


रामसेतू और लंका
जब हम रामायण के बारे में चर्चा करते हैं तो, रामसेतू और लंका इन दोनों का प्रश्न सामने आता है, कि यदि रामायण सत्यता पर आधारित नहीं है, तो फिर ये दोनों आज भी मौजूद कैसे हैं?
जिसे हम रामसेतू कहते हैं, वो कोई सेतु नहीं है, बल्कि मुंगे की चट्टानें (Coral Reef) हैं, जो दक्षिणी भारत को श्रीलंका से जोड़ती हैं। Coral reef समुद्र में पाई जाने पादप प्रजाति द्वारा स्रावित कैल्शियम कार्बोनेट से बनी चट्टान नुमा संरचना होती है, असल में यह चट्टान नहीं होती हैं।
जिसे आज हम श्रीलंका कहते हैं, उसका नाम पहले सीलोन ( Ceylon ) था ,1972 तक इसका नाम सीलोन (Ceylon) ही था, जिसे 1972 में बदलकर लंका तथा 1978 में इसके आगे सम्मानसूचक शब्द "श्री" जोड़कर श्रीलंका कर दिया गया। अर्थात् लंका नाम का कोई शहर / देश पहले था ही नहीं!
तो फिर, राजा राम ने किस अयोध्या से, किस सेतू द्वारा, किस लंका पर आक्रमण किया? ( Question unanswered)


राम ने जन्म लिया, शादी की, वनवास गए, शासन किया, अपनी गर्भवती पत्नी को घर से निकाला, और फिर उनके बच्चे (लव-कुश) भी हुए, उसके बाद क्या हुआ? राजा राम ने वो कौन-कौनसे कार्य किए, कि वह पुरुषोत्तम हुए? बाली का वध छुप कर क्यों किया? लव-कुश का क्या हुआ? राम के बाद अयोध्या का शासक कौन बना? आदि -आदि!!!
Unanswered Questions!!!



इस पूरी कथा को देखने के बाद तो हम केवल इसी निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं कि,
रामायण उत्तर वैदिक काल में वाल्मीकि द्वारा रचा गया महाकाव्य है, जो कि विश्व की महान् रचनाओं में से एक है!
इसका वास्तविकता से कोई सरोकार नहीं है। इसे वास्तविक मानना, गंगाधर - शक्तिमान की कहानी को यथार्थ मानने जैसा है !!

- सम्राट डी एस जी 

Comments

Most Popular Posts

बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर महापरिनिर्वाण दिवस विशेष

Chamar Regiment

BhimaKoregaon